UP Anganwadi Big News: उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 7952 और आंगनबाड़ी सहायिकाओं के 61254 रिक्त पदों को भरने की घोषणा की है। इन पदों पर भर्ती के लिए सभी जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चयन समितियों का गठन किया जाएगा। इन समितियों के माध्यम से बारहवीं पास योग्य महिलाओं का चयन किया जाएगा। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय ने इस संबंध में सभी जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं प्रदेश की 12वीं पास महिलाओं को आंगनबाड़ी बनने का मौका मिलने वाला है।
प्रदेश की 12वीं पास महिलाओं के लिए बड़ा अवसर
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्यभर के आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग 69000 पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार निदेशालय ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिलों में रिक्त पड़े पदों की जानकारी जल्द से जल्द आंगनबाड़ी पोर्टल पर अपलोड की जाए। इससे प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकेगा और पात्र अभ्यर्थियों को समय पर अवसर मिल सकेगा।
आवेदन करने के लिए योग्यता और नियम
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्रता मानक भी तय कर दिए गए हैं। इसके अनुसार आवेदन करने वाली महिलाओं का बारहवीं पास होना अनिवार्य है और उनकी आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। भर्ती में 50 प्रतिशत पद वर्तमान आंगनबाड़ी सहायिकाओं से भरे जाएंगे। यदि किसी केंद्र पर पद रिक्त है, तो वहां पहले से कार्यरत सहायिका को प्राथमिकता दी जाएगी। यह सुविधा केवल उन्हीं सहायिकाओं को मिलेगी जिन्होंने ग्राम सभा या शहरी वार्ड में कम से कम पांच वर्ष की सेवा पूरी की है और जिनकी आयु 50 वर्ष से अधिक नहीं है। यदि किसी सहायिका से लापरवाही हुई है और उसका वेतन तीन महीने या उससे अधिक अवधि के लिए काटा गया है, तो उसे पदोन्नति या चयन का अवसर नहीं दिया जाएगा विस्तृत जानकारी आधिकारिक सूचना में जारी की जाएगी
बैकलॉग खत्म करने के लिए नया निर्णय
प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कुल 7952 पदों में से 2123 पद पिछले वर्ष के विज्ञापनों में भी खाली रह गए थे। इनमें गलत दस्तावेज जमा करने, आरक्षण मानदंडों का पालन न करने या कार्यभार ग्रहण न करने जैसी वजहें शामिल हैं। सरकार ने अब तय किया है कि सहायिकाओं के चयन के बाद बचे हुए पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा। इसके अलावा प्रदेश में नए आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना के कारण भी नए पद सृजित किए गए हैं। सहायिकाओं के 38994 पद 62 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद खाली हुए हैं, जबकि कुछ पद मृत्यु के कारण और 22260 पद मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुख्य केंद्र में अपग्रेड किए जाने के कारण सृजित किए गए हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय
राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को अलग-अलग मानदेय प्रदान किया जाता है। कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह लगभग ₹7500 और सहायिकाओं को ₹3750 का मानदेय दिया जाता है। इसके अतिरिक्त सरकार पोषण ट्रैकर ऐप से जुड़ी जिम्मेदारियों के लिए भी अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराती है। राज्य की महिलाओं को जल्द ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बनने का अवसर मिलने जा रहा है। संभावना है कि भर्ती प्रक्रिया अगले महीने से शुरू कर दी जाएगी। बता दें आंगनबाड़ी बनने के लिए विधवा तलाकशुदा महिलाओं को वरीयता दी जाएगी।